मौका: डेविड गुएटा का मार्च में हुआ पहला भारत दौरा
जिनके बारे में बात करने जा रहा हूं, उन पर आने से पहले एक लंबा रास्ता लेता हूं। बात करता हूं एक म्यूजिक और माहौल की। उस म्यूजिक और माहौल को समझने से पहले बात करते हैं 2010 में बनी फिल्म 'बिगीनर्स' की।
बेहद भद्र पुरुष, रूई सी मुलायम जबान बोलने वाले निर्देशक माइक मिल्स की ये फिल्म असल में उनके पिता की ही बायोग्रफी थी। फिल्म में उनके पिता का रोल निभाने वाले 82 साल के कैनेडियन अभिनेता क्रिस्टोफर प्लमर को इस साल फिल्म के लिए ही बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का ऑस्कर मिला। पहली बार इस श्रेणी का ऑस्कर इतनी ज्यादा उम्र वाले व्यक्ति को गया। क्रिस्टोफर को भी जिदंगी का पहला एकेडमी अवॉर्ड मिला। तो 'बिगीनर्स' की कहानी एक पिता-पुत्र के बदलते रिश्तों के बारे में है। हैल (क्रिस्टोफर प्लमर) ने चालीस-पैंतालीस साल तक एक स्वस्थ और सुखी वैवाहिक जीवन अपनी पत्नी के साथ व्यतीत किया है। अब उनकी पत्नी नहीं रहीं। वह विधुर हो गए हैं। 70 से ज्यादा बरस के हैं। वह चाहते हैं कि अपने लैंगिक झुकाव के बारे में वह दुनिया से छिपाना बंद कर दें। वह गे हैं, समलैंगिक हैं, पुरुषों में रुचि रखते हैं। हालांकि इस तथ्य का हैल के संपूर्ण वैवाहिक जीवन पर रत्तीभर भी असर नहीं पड़ा। वह अपनी पत्नी से प्यार करते थे। तो अब वह अपने बेटे ऑलिवर (इवान मैकग्रैगर) को बताते हैं कि वह गे हैं और अपने गे होने को उम्र के बचे वक्त में खुलकर जीना चाहते हैं। मतलब समलैंगिक पुरुषों-युवकों के साथ न सिर्फ घूमना चाहते हैं, प्यार करना चाहते हैं बल्कि मैथुन करना चाहते हैं, संभव हुआ तो संभोग भी करना चाहते हैं।
अपनी मां की हालिया मौत से उबर रहा, अलग रह रहा ऑलिवर चौंकता है और पिता के इस नए सच को पचाने में अलग ही मानसिक स्थिति से गुजरने लगता है। खैर, हैल को कैंसर भी है। वह ज्यादा जिएगा भी नहीं। तो बाहैसियत अच्छे पुत्र ऑलिवर एक स्वस्थ मानस से फैसला लेता है और अपने पिता का समर्थन करता है। अब कैसे हैल नए युवकों को दोस्त बनाने की कोशिश करता है, बीच में अपनी बीमारी से लड़ता है और ऑलिवर अपनी उथल-पुथल से घिरी जिंदगी को समझने-सुलझाने की कोशिश करता है, यही कहानी है। बड़ी प्यारी, ईमानदार और इंसानी कहानी है। हमें बेहतर, सहनशील और सहिष्णु इंसान बनाती है ये फिल्म। तो इसी फिल्म का एक सीन कुछ इस तरह हैः
(ऑलिवर अपने बैडरूम में सो रहा है।)
तभी फोन बजता है। ऑलिवर जाग जाता है, वह बत्ती जलाता है, फोन का जवाब देता है, कैंसर की आखिरी स्टेज पर पहुंच चुका उसका पिता हैल बहुत ज्यादा उत्साह के साथ फोन के दूसरे सिरे से बात करता है।
ऑलिवरः हैलो?
हैलः ऑलिवर?
ऑलिवरः हां!
हैलः सॉरी तो क्यों कहूं कि मैंने तुम्हें जगा दिया.
मैं आज रात अकबर (उनका नया पुरुष मित्र) के वहां गया था.
ऑलिवरः आप गए थे?
(यहां बीच में... अकबर के वहां का दृश्य उभरता है, हैल और उसके दोस्त, ब्रायन और रॉबर्ट, एक भीड़ भरे गे क्लब में अपना रास्ता बनाते हुए आते हैं. हैल वहां सबसे ज्यादा उम्र का है, और शायद वहां पर सबसे ज्यादा उत्साहित व्यक्ति है.)
हैलः वहां वो लोग बड़ा शानदार ऊंची आवाज वाला म्यूजिक बजा रहे थे. वो क्या म्यूजिक था ऑलिवर?
ऑलिवरः शायद... हाउस म्यूजिक!
हैल एक हाथ से फोन कान पर लगाए, दूसरे हाथ से एक पैड और पेन उठाता है, ये लिखने के लिए।
हैलः हा-उ-स म्यू-जि-क (धीरे-धीरे मुंह से बोलते हुए पैड पर लिखता है)
(फिर से अकबर के वहां का सीन उभरता है.. कुछ यंग गे लड़के नाच रहे हैं. हैल किनारे खड़ा है, खुद ही नाच रहा है. हवा में हाथ खड़े किए हुए उंगलियों को नचाते हुए)
ऑलिवरः तो क्या आप वहां किसी से मिले?
उस खचाखच भरे बार में हैल अकेला ही ड्रिंक करता है...
हैलः बेटा, यंग गे आदमी दरअसल किसी बूढ़े गे आदमी के पास नहीं जाते.
(बातचीत खत्म होती है, ऑलिवर सोने जाता है और सीन खत्म हो जाता है)
तो जिस हाउस म्यूजिक नाम को दो शब्दों पर ये सीन जानदार बना हुआ है, मेरे आज के मेहमान भी उसी हाउस म्यूजिक के बड़े नाम है। उन्हें हाउस म्यूजिक की खोज करने वाला भी कहा जाता है। ये हैं डेविड गुएटा। फिलहाल जानी पहचानी पत्रिका डीजे मैग-100 के लोकप्रियता नक्शे के मुताबिक विश्व के शीर्ष डीजे यानी डिस्क जॉकी। माने दुनिया के नंबर वन डीजे। डेविड फ्रेंच हाउस म्यूजिक बनाते हैं, रिकॉर्ड्स यानी एलबमों का निर्माण करते हैं, गाने लिखते हैं, गाते भी हैं और डीजेइंग करते हैं। उनके कई गाने और एलबम की प्रतियां पूरी दुनिया में लाखों की तादाद में बिकी है। कुछ तो सर्वाधिक। वह संगीत के ऑस्कर कहे जाने वाले ग्रैमी पुरस्कारों में भी अपने संगीत की वजह से साल 2012 समेत सात बार नामित हो चुके हैं।
फ्रांस के डेविड पॉप म्यूजिक बनाते हैं। इलेक्ट्रो और हिप-हॉप के फ्यूजन वाला। उनकी सृजित बीट्स के लाखों युवा दीवाने हैं। मुझे तो हालांकि ये सब ज्यादा नहीं भाता, पर हां, उनकी इलेक्ट्रॉनिक स्टाइल्स और डिजाइनिंग बड़ी चर्चित हैं। इसी में उनके डीजे होने की क्षमता नजर आती है। तो माइक मिल्स की फिल्म बिगीनर्स की बात का संदर्भ इस पूरे किस्से में जरूरी ही इस लिहाज से था कि डेविड ने वही हाउस म्यूजिक गढ़ा या जन्मा जिसके आधार में समलैंगिकों के अधिकार और उन्हें समाज में बाकियों जितनी बराबरी दिलाने का आंदोलन शुरू हुआ था।
जब फिल्म में 72 साल का कैंसर से जूझ रहा समलैंगिक हैल अपने बॉयफ्रेंड के पास से घर लौटकर आधी रात को अपने बेटे ऑलिवर को फोन लगाता है। कि, वो कौन सा म्यूजिक वहां बज रहा था, और ऑलिवर कहता है कि संभवतः हाउस म्यूजिक और बड़े चाव और बच्चे सी सीखने की नई-नई आई ललक से ये बुजुर्ग कॉपी पर लिखता है हा---उ---स म्यू---जि----क। कितना दुर्लभ दृश्य। हमारे मुल्क में आर्टिकल 377 पर रुढ़िवादी सोच वाले करोड़ों हैं, जो बीचवाले बोलकर हमारे ही जैसे किन्हीं इंसानों की मजाक उड़ाते हैं। मैं लिख रहा हूं तो न जाने मेरे उनका पक्ष लेने को भी कैसे देखा जाए, पर मेरे लिए मुद्दा नहीं।
तो डेविड गुएटा इस महीने दिल्ली, पुणे और बेंगलुरु में प्रदर्शन करने पहली बार भारत आए थे। 9, 10 और 11 मार्च को उनका प्रदर्शन था। एक नामी शराब कंपनी की ओर से आयोजित इस इलेक्ट्रॉनिक मेले में पिछले साल ब्रिटेन के इसी म्यूजिक के दिग्गज आए थे। इस दूसरे एरिस्टॉफ इनवेजन फेस्टिवल में सिर्फ डेविड थे और उन्हें सुनकर झूमने वाले लाखों युवा। भारत में या तो डेविड गुएटा के आने पर चर्चा होती है या फिर इंडो-ब्रिटिश म्यूजिक कंपोजर और प्रोड्यूसर नितिन साहनी। मुझे सार्थकता के लिहाज से नितिन बेहतरीन लगते हैं। तो ई-वार्ता के जरिए बात हुई इस साल 2012 में फिर से दो ग्रैमी पुरस्कारों के लिए नामित डेविड गुएटा से। प्रस्तुत है वार्ता के बेहद संक्षिप्त अंशः
डीजेइंग कहां से सीखी?
यंग था तभी से क्लबों में डीजेइंग करने लगा था।
इंडिया के म्यूजिक पर।
सच कहूं तो इंडियन म्यूजिशियंस के बारे में इतना जानता नहीं हूं। पर जब तक इंडिया में रहूंगा यहां का ज्यादा म्यूजिक सुनूंगा।
डेविड गुएटा के पास बचपन, फैमिली और अपने दौर की क्या यादें हैं?
मुझमें हमेशा से म्यूजिक के प्रति पागलपन था। जब 12 साल का था तो फ्रांस में एक 'पायरेट रेडियो’ हुआ करता था। फ्रांस में ये एफएम रेडियो की शुरुआत थी। 80 का दशक था। तब फंक म्यूजिक था, डीजे लोग क्लबों में आते थे और म्यूजिक मिक्स करते थे। कोई प्रोग्रैम डायरेक्टर नहीं होते थे। डीजे अपनी मर्जी से कुछ भी प्ले करते थे और ये देख मैं दीवाना हो गया था। मेरे घर से कोई डीजे या क्लब में काम करने वाला नहीं था। ऊपर से 'पायरेट रेडियो’ जैसी चीजों की घरों में मनाही थी। तो बतौर टीनएजर मेरे लिए बड़ा एक्साइटिंग वक्त था। मैं उन डीजे लोगों की तरह मिक्सिंग करना चाहता था। इसलिए रोज स्कूल के बाद सीखना शुरू किया। जब 18 का हुआ तो मैंने हाउस म्यूजिक खोजा। फ्रांस में ऐसा म्यूजिक बजाने वाला मैं पहला डीजे था। मैं लंदन गया और वहां के रेव क्लब 'शूम’ के बीचोंबीच ब्रिटिश हाउस डीजे डैनी रैंपलिंग को प्ले करते हुए देखा। इस सीन ने मेरी जिंदगी बदल दी। हाउस म्यूजिक, म्यूजिक में भी क्रांति थी और समाज में भी क्योंकि इसने लोगों की सोच को खोला। ये म्यूजिक गे क्लबों में शुरू हुआ इसलिए ये एक-दूसरे को स्वीकार करने के बारे में था। जब नॉन-गे यानी सीधे सेक्सुअल झुकाव वाले लोगों ने हाउस म्यूजिक को स्वीकारा तो इसे देखने का तरीका बदल गया। हजारों यंगस्टर्स रेव और क्लबों में जाने के लिए मिलने लगे। ये रेडियो पर चलने वाला म्यूजिक नहीं था, बल्कि एक सीक्रेट कोड बन गया था।
ग्रैमी नामांकन पर।
ग्रैमी अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट होना सम्मान की बात है। ये मेरा आठवां नामांकन रहा। इस बार हमारे म्यूजिक सीन पर खास ध्यान दिया गया है। म्यूजिक शोकेस करने के लिए उन्होंने अलग माहौल बनाया है। और डीजे स्क्रिलैक्स, यार, इस बार तो उसने कमाल कर दिया है!
फिल्मी, क्लासिकल और फोक म्यूजिक भी पसंद करते हैं?
हालांकि मेरी जड़ें डांस म्यूजिक में है, पर किंग्स ऑफ लियोन और कोल्डप्ले जैसे आर्टिस्ट भी मुझे प्रभावित करते हैं। निकी रोमैरो, एफ्रैजैक, स्क्रिलैक्स और एवीचि जैसे नए प्रॉड्यूसर भी अच्छे हैं। जो भी म्यूजिक के प्रति पैशनेट हैं, मुझे प्रेरित करते हैं। मुझे क्लबों से भी प्रेरणा मिलती है, कि कैसे वहां लोग अलग-अलग बीट पर प्रतिक्रिया देते हैं, कैसे वो नाचते हैं।
तुरत फुरत में कुछ और उनके बारे में....
# फरवरी 2012 में हुए ग्रैमी पुरस्कारों में डेविड को 'सनशाइन’ और 'नथिंग बट द बीट’ के लिए दो ग्रैमी नामांकन मिले।
# यूरोप और अमेरिका में डेविड का काम धुंआधार बिकता है।
# इनके चर्चित एल्बम हैं, जस्ट अ लिटिल मोर लव (2002), गुएटा ब्लास्टर (2004), पॉप लाइफ (2007), वन लव (2009) और नथिंग बट द बीट (2011)।
# डेविड के नए एलबम ‘नथिंग बट द बीट’ में 17 स्टार आर्टिस्ट दिखते हैं। इनमें स्नूप डॉग, लूडक्रिस, टिंबलैंड, विलियम, रैपर निकी मिनाज, लिल वेइन, आर एंड बी सुपरस्टार अशर, क्रिस ब्राउन और एकॉन शामिल हैं।
# ब्राजील के कोपाकबाना बीच पर हुई दुनिया की सबसे बड़ी न्यू ईयर पार्टी में उन्होंने 20 लाख फैन्स के सामने भी म्यूजिक प्ले किया था।
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गजेंद्र सिंह भाटी