सोमवार, 26 सितंबर 2011

यूं ही बने रहें सर जॉनी इंग्लिश

फिल्म: जॉनी इंग्लिश रीबोर्न (अंग्रेजी)
निर्देशक: ऑलिवर पार्कर
कास्ट: रॉवन एटकिंसन, गिलियन एंडरसन, रोजमंड पाइक, डोमिनिक वेस्ट, डेनियल कालुया
स्टार: तीन, 3.0

चार्ली चैपलिन के बाद बड़ी पवित्रता से हर एक दर्शक को अगर कोई हंसा पाता है तो वो हैं ब्रिटिश एक्टर रॉवन एटकिंसन। कभी मिस्टर बीन तो कभी जॉनी इंग्लिश बनकर। 'जॉनी इंग्लिश रीबोर्न' भी खूब हंसाती है। रात के शो में चंडिगढिय़न बॉयज सीटों पर उछल-उछलकर हंसे। पेट पकड़कर हंसे। तो ये एक मस्ट वॉच है। पूरी फैमिली के साथ जरूर देखें। हफ्ते की श्रेष्ठ फिल्म। इस बार आपका जॉनी इंग्लिश कुछ स्मार्ट है। वह मार खाता ही नहीं है, पिटाई करता भी है। उसके पास अत्याधुनिक गैजेट हैं। वह हिमालय की ऊंचाइयों में चीन से कहीं अपनी शक्तियां बढ़ाकर :) लौटा है। ये जरूर ध्यान रखिएगा कि फिल्म में हर सेकंड लाफ्टर का डोज नहीं है। सुकून पर ज्यादा ध्यान दिया गया है।

अब क्या करेगा जॉनी
ब्रिटिश सीक्रेट एजेंसी एमआई-7 को जब ये पता चलता है कि चीन के प्रधानमंत्री की जान को खतरा है तो वह अपने सबसे बेस्ट एजेंट को याद करती है। स्पेशल एजेंट सर जॉनी इंग्लिश (रॉवन एटकिंसन)। जॉनी अपने पिछले मिशन के बाद से ही एशिया में किसी एकांत जगह पर अपने आपको मजबूत करने में जुटा है। बुलावा आने पर वह लौटता है और काम पर लगता है।

कसर कहां रही
# फिल्म के शुरुआती क्रेडिट बोरिंग तरीके से आते हैं। हां, माना कि ये जेम्स बॉन्ड मूवीज के क्रेडिट्स के साथ मसखरी करने की कोशिश में होता है, पर फिर भी ये इंट्रेस्टिंग नहीं हैं।
# स्पेशल एजेंट टकर बने डेनियल कालुया जॉनी के पार्टनर के तौर पर बोझिल लगते हैं, उनके होने न होने से कोई फर्क नहीं पड़ता। उनमें हंसी का कोई अंश नहीं है।
# पिछली फिल्म की तुलना में यहां रॉवन कुछ धीमे पड़े हैं, ये उनकी लेखनी में दिखता है। ***************
गजेंद्र सिंह भाटी