शुक्रवार, 21 अक्तूबर 2011

डरा डालेगा पैरानॉर्मल टॉबी

फिल्मः पैरानॉर्मल एक्टिविटी 3(अंग्रेजी)
निर्देशकः एरियल शूलमन और हैनरी जूस्ट
कास्टः क्लोइ सेंजेरी, जेसिका टाइलर ब्राउन, ब्रायन बोलैंड, लॉरीन बिटनर, क्रिस्टोफर निकोलस, हैली फूटी
स्टारः तीन स्टार, 3.0


जब अरबों रुपयों में बनी अमेरिकी फिल्मों को लोग बेदर्दी से नकार रहे थे तब 'पैरानॉर्मल एक्टिविटी' नाम की होम वीडियो सी लगने वाली कम दाम में बनी एक फिल्म अपनी डीवीडी रिलीज तक को तरस रही थी। स्टीवन स्पीलबर्ग को ये कहीं नजर आई, उन्होंने देखा और वह हिल गए। फिर उन्होंने इस सीरिज की पहली फिल्म को रिलीज किया और फिल्म सुपरहिट हुई। इस सीरिज की ये तीसरी फिल्म है। उसी मिजाज की। घर में किसी साये को कैमरे में रिकॉर्ड कर समझने की कोशिश करती एक फैमिली है। अगर आप और आसानी से समझना चाहें तो 2007 में आई प्रियदर्शन की फिल्म 'भूल भूलैय्या' को लीजिए। उसमें वो सीन याद करिए जिसमें विद्या बालन शाइनी आहूजा के किरदार से बात करते हुए एक हाथ से बहुत पुराना और भारी पलंग सूखे पत्ते की तरह एक हाथ से उठा लेती है। इस फिल्म में वैसा प्रत्यक्ष साया नहीं है, पर चीजें वैसे ही हिलती हैं। आप ठीक उसी तरह और उससे भी ज्यादा डर जाते हैं। पैरानॉर्मल एक्टिविटी की पहली फिल्म को ओरेन पेली ने लिखा-डायरेक्ट किया था। ये तीसरी फिल्म पिछली फिल्मों से ज्यादा मैच्योर लगती है। वो ज्यादा होम वीडियो जैसी थी ये कुछ कम होम वीडियो जैसी है। इस फिल्म में छोटी बच्चियों ने कमाल का काम किया है। दिक्कत एक ही होती है कि वीडियो रिकॉर्डिंग का जो खाली हिस्सा फिल्म में आता है वहां चंडीगढ़ का यूथ उसे डेविड धवन की फिल्म बना डालता है। याने कि फ्रेंड्स के साथ फिल्म के बीच खाली स्पेस आने पर हंसता है। पर जब-जब उस अदृश्य मौजूदगी का एहसास फिल्म में होता है, सब दर्शकों को सांप सूंघ जाता है। हॉरर जॉनर की फिल्में पसंद करने वाले जरूर देखें। क्लाइमैक्स के बारे में मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि नहीं डरने का फैसला भी करके जाएंगे तो भी डर जाएंगे।

क्या होता है केटी-क्रिस्टी के साथ
'पैरानॉर्मल एक्टिविटी' की बीती दो फिल्मों में हम केटी और उसके पीछे लगे किसी साये को देखते आए हैं। वीडियो रिकॉर्डिंग में हमने वो परछाई और मौजूदगी देखी भी है। 'पैरानॉर्मल एक्टिविटी 3' में ये बताया गया है कि जब केटी और उसकी छोटी बहन क्रिस्टी बच्चे थे, तब क्या हुआ था। ये कहानी 1988 में शुरू होती है। जब केटी और क्रिस्टी अपनी मां जूली और उसके बॉयफ्रेंड डेनिस के साथ रहती हैं। शादी के वीडियो रिकॉर्ड करने वाला डेनिस नोटिस करता है कि क्रिस्टी अपने किसी टॉबी नाम के अदृश्य दोस्त से बातें करती है। घर में अजीब चीजें होने लगती हैं। डेनिस और जूली एक बार अपने शारीरिक संबंध बनाने की टेप बनाते हैं तभी कुछ भूचाल सा आता है। वो बाहर तो निकल आते हैं पर बाद में वीडियोटेप में सीलिंग से गिरती हुई धूल दिखती है, जो किसी आकृति जैसी होती है। यहां से डेनिस पूरे घर को टेप करता है और फिर वह मौजूदगी और गहरी होती जाती है। फिल्म में आखिर तक सस्पेंस रहता है और क्लाइमैक्स रौंगटे खड़े कर देने वाला है।

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गजेंद्र सिंह भाटी