गुरुवार, 30 अगस्त 2012

दोस्ती और हिम्मत के सहारे परिवार को बचाने निकला मैनी

फिल्म: आइस ऐज - कॉन्टिनेंटल ड्रिफ्ट (4)
निर्देशकः स्टीव मार्टीनो और माइक थर्मियेर
आवाजः रे रोमानो, क्वीन लटीफा, डेनिस लियरी, जॉन लेगुइजामो, पीटर डिंकलेज, वैंडा साइक्स
स्टारः तीन, 3.0
इस साल नवंबर में होने जा रहे अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के मुख्य उम्मीदवार बराक ओबामा और मिट रोम्नी ने वोटरों में अपनी फैमिलीमैन वाली छवि गढ़ी है। गढ़ रहे हैं। डेनवर में बैटमैन मूवी के प्रीमियर पर हुए शूटआउट के बाद पीड़ितों के लिए दोनों ने संदेश भी जारी किए तो संबोधन में अपनी पत्नी का नाम पहले लिया, खुद का बाद में। बार-बार वो ‘वी आर अ फैमिली’ कहते रहे। ‘आइस ऐज-4’ के निर्माता भी इसी द ग्रेट अमेरिकन फैमिली वाली थीम के साथ बच्चों और परिवारों के लिए ये सुपरहिट श्रंखला वाली एनिमेशन मूवी लाए हैं। इसमें सबसे ज्यादा मनोरंजक है सिड (सदी का सबसे एंटरटेनिंग एनिमेशन कैरेक्टर) और उसकी दादी। सिड को तो उसके घरवाले पहले ही सूना छोड़ गए थे, यहां बूढ़ी-आफत जैसी दादी को भी सिड के गले डाल जाते हैं। मगर दोनों बेपरवाह हैं। आदर्श टेंशनमुक्त जीव हैं। यहां तक कि समुद्री लुटेरों के बीच फंस जाने पर भी दादी बड़बड़ाती रहती है, ‘वॉट अ लवली वेकेशन’। फिल्म में पीचेज और नन्हे लुइस की अनूठी दोस्ती भी है। बेचारा स्क्रैट (मेल गिलहरी) यहां भी बलूत के फल के लालच में बार-बार फंसता रहता है। चीखता रहता है और लोग हंसते रहते हैं।

पिछली फिल्म में प्रागैतिहासिक हाथी मैनी (रे रोमानो) और उसकी वाइफ ऐली (क्वीन लटीफा) के बेटी हुई थी। पीचेज। अब वो टीनएजर हो चुकी है। वह बाहर निकलना और पार्टी करना चाहती है, हैंडसम जुल्फों वाले टीनएज हाथी ईथन पर उसका क्रश है, पर मैनी को बेटी की सेफ्टी की चिंता होती है, इसलिए उसे कहीं जाने नहीं देता, ओवरप्रोटेक्टिव पिता है। नाराज होकर पीचेज कहती है कि मुझे अफसोस है कि आप मेरे पिता हैं। इतने में द्वीप में भूकंप आ जाता है, धरती शिफ्ट होने लगती है। अब मैनी अपनी फैमिली से बिछड़ चुका है। समंदर में बर्फ के टुकड़े पर उसके साथ उसके बेस्ट फ्रेंड डिएगो (डेनिस लियरी) और सिड (जॉन लेगुइजामो) हैं, और हां, सिड की 80 साल की दादी भी है। अब उसे समंदर के लुटेरों (शक्तिशाली-शातिर बंदर कैप्टन गट और उसकी गैंग) से बचते हुए अपने परिवार तक पहुंचना है।

डायरेक्टर माइक थर्मियेर और स्टीव मार्टीनो की इस फिल्म में उतने उतार-चढ़ाव नहीं हैं जितने होने थे। ऊपर से फिल्म डेढ़ घंटे से भी छोटी है, जो काफी कम है। टेक्नीकली कहीं भी कमजोर नहीं है। थ्रीडी वर्जन में कुछ भी हैरतअंगेज एनिमेशन नहीं हैं, तो टूडी भी चल सकती थी। बहरहाल ‘आइस ऐज-4’ जरूर देखें। ये दोस्ती, हिम्मत, टेंशनमुक्त जिंदगी और परिवार की परवाह करने के शानदार सबक देती है।
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गजेंद्र सिंह भाटी