filam cinema

मृत्यु, ये अखियां अति अनुरागी // In-depth film interviews, movie reviews and editorial insights on world cinema.

Wednesday, December 2, 2009

मुंबई मेरी जान, अ वेडनसडे, आमिर और तीन निर्देशक

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मुंबई में बीते साल हुई आतंकी घटना की बरसी इस 26 नवंबर को देश भर में उत्सव की तरह मनाई गई। मगर सड़ांध, भूख और आतंक से बैचेन अंतस बस जी रहा ह...
Monday, February 9, 2009

आत्मा की शान्ति में नफा नुकसान...'विशाल भारद्वाज की नीली छतरी'

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रस्किन बांड ने एक कहानी लिखी ' द ब्लू अम्ब्रेला ' । बाल फिल्मों के राजकोष को समृद्ध करते हुए फिल्मकार विशाल भारद्वाज ने इस पर 2007 ...
Tuesday, January 13, 2009

" चिल्ड्रेन ऑफ़ हेवन : स्वर्ग के पवित्र बच्चे "

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" गुची या प्रादा " आज आप कौन सा जूता पहन रही हैं मैडम ? फ़िल्म शुरू होते ही इस बाज़ार संसार में से ये बोली सुनाई देने लगती है। उनके...
Thursday, November 20, 2008

" सिनेमा में ऐसा आक्रोश आज कहाँ "

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अँधेरी रात है। .....चिता जल रही है। .....हथकड़ी पहने एक आदिवासी लहानिया भीखू खड़ा है। ....दयनीय , रुआंसे , काले , गरीब , गाँववाले ...कुछ आद...
Friday, October 10, 2008

" जंग और अमन "

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आनंद पटवर्धन का यथार्थपरक वृतचित्र ' जंग और अमन ' .. विश्व शान्ति से अनभिज्ञ विश्व की और इशारा करता है। देखकर लगता है कि युद्ध क...
Wednesday, October 8, 2008

अकीरा कुरोसावा की क्लासिक ' राशोमोन '

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क्लिंटन ट्रायल्स के वक़्त भी ' राशोमोन ' शब्द का इस्तेमाल होता रहा था। अमरीका में तो यह शब्द एक मुहावरा सा बन गया था। अकीरा कुरोसा...
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