filam cinema

मृत्यु, ये अखियां अति अनुरागी // In-depth film interviews, movie reviews and editorial insights on world cinema.

Showing posts with label gangs of wassypur. Show all posts
Showing posts with label gangs of wassypur. Show all posts
Wednesday, June 27, 2012

अनुराग के पास लेखकों की लाइन लंबी थी मुझमें धैर्य नहीं था, गाना लिखने वालों की लाइन छोटी थी, उसमें आ गया

›
गैंग्स ऑफ वासेपुर के गाने लिखने वाले कुशल गीतकार वरुण ग्रोवर से बातचीत   गर्मियों की छुट्टियां हैं और एक साल बाद वरुण के माता-पिता उनस...
Thursday, May 17, 2012

रिसर्च वगैरह नहीं करती हूं, बस खुले मैदान में दौड़ लगा देती हूं: स्नेहा खानवलकर (साउंड ढूंढती टुंग-टुंग गर्ल)

›
स्नेहा  खानवलकर को जान लेना इन दिनों एक बुद्धिभरा काम हो सकता है। अगर उन्हें जानेंगे तो आप ‘टुंग टुंग’ जैसी अद्भुत रचना सुनेंगे। फिर...
›
Home
View web version
Powered by Blogger.